आइये इस बार नवरात्र में माँ शारदा के दर्शन और पूजन करके आयें

✍️ Lieutenant. Preeti Mohan

आस्था और देशभक्ति का ऐसा उत्साह सीमा क्षेत्र के इसी स्थान पर देखा जा सकता है

कश्मीर घाटी की सीमा पर निर्मित माँ शारदा का नव निर्मित मंदिर जो कृष्ण गंगा नदी पर स्थित है, और नदी के उस पार मात्र 50 मीटर की दूरी पर हमारे जम्मू-कश्मीर का वो भाग है, जिसे पाकिस्तान ने जबरन अपने कब्जे में ले रखा है। उसके दर्शन भी हमें यहाँ करने को मिलेंगे। कृष्ण गंगा में पवित्र स्नान करके वहां का पवित्र जल अपने घरों में लाकर हम सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त भी कर सकेंगे।


टीटवाल नाम से प्रसिद्ध यह गांव जिसका प्राचीन नाम तीर्थबल है यहाँ रहने वाले लोग हिंदको बोली बोलते हैं, जो कि पंजाबी की ही एक उपभाषा है। यहाँ हिंदको भाषा के टप्पे-महिये (Tappe-Mahiye) का आनंद भी हम ले सकते हैं।

यहां का मुख्य भोजन मक्के की रोटी और सरसों का साग है। यहाँ गाय के दूध की लस्सी और पनीर बहुत प्रसिद्ध है।

मां शारदा मंदिर के साथ ही यहां नवनिर्मित गुरुद्वारा साहिब भी है जहां माथा टेक कर हम अपने देश और परिवार की खुशहाली का आशीर्वाद ले सकते हैं।

श्रद्धा, आस्था, अध्यात्म, संस्कृत और देश भक्ति का ऐसा वातावरण एक ही स्थान पर बहुत कम जगह देखने को मिलता है।

नवरात्रि हवन कार्यक्रम का विवरण

स्थान: शारदा मंदिर, LOC टीटवाल, करनाह (कश्मीर)
तिथि: 9 अप्रैल 2024, दिन गुरुवार
समय: सुबह 11:30 
हिन्दू पंचांग अनुसार: शुक्ला पक्ष प्रतिपदा

निवेदक: शारदा यात्रा टेंपल कमेटी टीटवाल 

जय माँ शारदा - जय माँ बोली 'हिंदको'

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