✍️Lieutenant. Preeti Mohan
जैसा कि सबके ध्यान में है कि कुपवाड़ा के बॉर्डर पर रहने वाले लोगों की बोली 'हिंदको' है, जो की पंजाबी से काफ़ी ज़्यादा मिलती जुलती है।
बॉर्डर पर रहने वाले लोग बहुत ही मधुर माहिये-टप्पे गाते हैं, इसलिए पंजाबी लोग इस स्थान को बहुत ज़्यादा पसंद करते हैं।
कृष्ण गंगा नदी के किनारे कैंपिंग या होम स्टे का आनंद लेते हुए पंजाबी पर्यटक रात को पंजाबी गीत संगीत के साथ बॉर्डर टूरिज्म को चार चाँद लगा देते हैं।
मज़ेदार बात यह है कि पार से पाकिस्तान के क़ब्ज़े वाले जम्मू कश्मीर से भी लोग भारत के पंजाबियों का खुले दिल से स्वागत करते हैं और उनके साथ साथ गीतों में झूमते हुए भी देखे जाते हैं।
नीचे वीडियो देखें: -
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